World sparrow day: क्यों मनाया जाता है

World sparrow day: हर साल 20 मार्च को नेचर फॉरएवर सोसाइटी (भारत) और इको-सिस एक्शन फ़ाउंडेशन (फ्रांस) के सहयोग से विश्व गौरैया दिवस (World Sparrow Day) मनाया जाता है। इसकी शुरूआत नासिक के रहने वाले मोहम्मद दिलावर ने गौरैया पक्षी की लुप्त होती प्रजाति की सहायता करने के लिए ‘नेचर फॉरएवर सोसायटी’ (NFS) की स्थापना कर की थी।

क्यों मनाया जाता है World Sparrow Day?

World Sparrow Day के महत्व को समझाने का मुख्य उद्देश्य है गौरैया पक्षी की लुप्त होती प्रजाति को बचाना। पेड़ों की अंधाधुंध होती कटाई, आधुनिक शहरीकरण, और बढ़ते प्रदूषण के कारण गौरैया पक्षी अब लुप्त होने की संभावना में है। पहले, गौरैया की चीं-चीं की आवाज से ही लोगों की नींद खुलती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं है। यह पक्षी मनुष्य के निकटता में रहना पसंद करती है और उसकी संख्या में लगातार गिरावट एक चेतावनी है।

प्रदूषण और रेडिएशन ने प्राकृतिक जीवन और मानव स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डालना शुरू किया है। इससे न केवल गौरैया पक्षी के संरक्षण में अहमियत है, बल्कि हमारे पर्यावरण के संरक्षण में भी। हमें इस ओर काम करने की जरूरत है ताकि हमारी आने वाली पीढ़ियों को भी गौरैया की सुंदरता और विशेषता का आनंद उठाने का मौका मिले।

World Sparrow Day दिन पर, हम सभी को अपनी जिम्मेदारी का एहसास करना चाहिए और प्राकृतिक संतुलन को संभालने के लिए सक्रिय योगदान देने का संकल्प करना चाहिए।

World Sparrow Day 2023 की थीम

हर साल 20 मार्च को विश्व गौरैया दिवस एक खास थीम ‘I Love Sparrow’ के साथ मनाया जाता है। 

कैसे बचाएं गौरैया को

  • गौरैया आपके घर में घोंसला बनाए, तो उसे हटाएं नहीं।
  • हर रोज़ आंगन, खिड़की, और बाहरी दीवारों पर दाना पानी रखें।
  • गर्मियों में गौरैया के लिए पानी की व्यवस्था जरूर करें।
  • जूते के डिब्बे, प्लास्टिक की बड़ी बोतलें और मटकी को टांगें, ताकि वहाँ घोंसला बना सकें।
  • बाजार से कृत्रिम घोंसले खरीदकर उन्हें अपने घर में रखें।
  • घरों में धान और बाजरा की बालियां लटकाकर रखें, ताकि गौरैया उन्हें घोंसला बनाने के लिए इस्तेमाल कर सकें।

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